जीवन का मूल्य
The Value of Life
तीन शिष्य,अपने गुरु के आभारी थे,उन्हे बदले में कुछ देना चाहते थे। गुरु ने हँसते हुए गिरे हुए पत्तों की थैली माँगी। उलझे हुए,शिष्य उन्हे ढूँढ़ने के लिए निकल पड़ें,जीवन के मूल्य के अप्रत्याशित सबक खोजते हुए। गुरु के अनोखे अनुरोध ने उन्हें सँजोने और जीने के लिए एक अनोखा संदेश दिया।